गौतम गम्भीर की जीवनी Gautam Gambhir Biography In Hindi

 


गौतम गंभीर जिनके लिए कहा जाता हे की ये खुद काम बोलते हे और इनका बल्ला ज्यादा बोलते हे।  गौतम गंभीर जिससे मोस्ट स्ट्रांग कन्टेंडर ऑफ़ इंडिया ओपनिंग स्लॉट भी कहा जाता हे।  उनका जन्म १४/१०/१९८१ नई दिल्ली सहर में हुवा।  वो एक लोअर मिडिल क्लास फॅमिली में पैदा हुवे थे।  उनके पिता दीपक गंभीर टेक्सटाइल इंडस्ट्री में काम करते थे।  और उनकी माँ एक हाउसवाइफ थी।  उन्होने अपनी जीवन के सम्पूर्ण शिक्षा मोडेर स्कूल नई दिल्ली से करि।  

जब गंभीर केवल १० बरस के थे तभी उनके धियान क्रिकेट की और बढ़ने लगा था।  उसी के बाद वो अपनी मां पवन गुलाटी के साथ रहने लगे।  जहा वो दिनरात क्रिकेट की प्रैक्टिस करते रहते थे।  वो अपने मां को अपना गुरु भी मानते हे। क्यों  की उनके मामा ने हर  सही  गलत  समय  में उनका साथ दिया।  उनके मामा ने अपने भांजे  का क्रिकेट की और जज्वा  देख  कर उन्हे क्रिकेट की प्रोफेशनल  कोचिंग  देने का फैसला किया।  

गंभीर के ट्रेनिंग में उनके शिक्षक संजय भारद्वाज और राहुल टंडन भी थे।  जो उन्हे सुभह साम लाल बहादुर शास्त्री अकादमी में उन्हे ट्रैन किया करते थे।  जब उन्होने अपनी स्कूल की पढाई ख़तम करि।  उसीके १ साल के में नेशनल क्रिकेट अकाडेमी मे उन्हे सेलेक्ट कर लिया गया ।  उसके बाबजूद उन्होने पहले अपने पढाईको  महत्वपूर्ण मानते हुवे हिन्दू कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन पूरा किया।  फिर २००३ मे उन्होने पहला ODI डेब्यू बांग्लादेश के खिलाफ किया।

गौतम गम्भीर  की  मुख्य जानकारी


Gautam Gambhir  Biography
पूरा नामGautam Gambhir
लम्बाई (लगभग)1.68 m
जन्मतिथिOctober 14, 1981
जन्मस्थान New Delhi, India
बल्लेबाजी शैलीLeft-handed
सतक 

 जिसके तीसरे ही मैच में उन्हे मैन ऑफ़ दी मैच का उन्हे टाइटल दे दिया।   गंभीर ने अपना टेस्ट डेब्यू २००४ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया।  जिसमे उन्होने बहोत अछेसे परफॉर्म करा।  अपने पहले ही टेस्ट सीरीज में जो की श्रीलंका के खिलाफ थी उसमे  उनका परफॉरमेंस अच्छा न होने की वजह से उन्हे टेस्ट टीम से निकल दिया गया। 

फिर उन्होने २००५ से लेकर २००७ तक ODI  इंटरनेशनल  ही  खेली ।  फिर २००७ वर्ल्ड कप मे उन्हे सेलेक्ट नहीं किया गया।  जिसके कारन वो बहुत निराश हुवे।  फिर कुछ ही दिन बाद बांग्लादेश टूर हुवा जिसमे उनको लगा की ये उनका आखिरी मैच हे जिसकी वजह से उन्होने अपना जबरजस्त परफॉरमेंस दिया। और फिर से टीम मे जगह बनाली।  अब ICC वर्ल्ड कप टी-२० मे उनका नाम शामिल रहा।  

और गंभीर की वजह से टीम इंडिया वो सीरीज भी जित गयी। और गंभीर मस्ट रन स्क्रोरेर भी बने। २००८-२००९ में लगातार तीन सीरीज मे वो हाईएस्ट रन स्क्रोरेर भी बने।  जो की ऑस्ट्रेलिआ इंग्लैंड और नूज़ीलैण्ड जैसी बड़ी टीम के साथ खेली गयी थी।  २००९ मे उन्हे ICC  प्लेयर ऑफ़ दी ईयर का भी सामान भी मिला। २०१० मे गंभीर नेशनल टीम ऑफ़ इंडिया का कैप्शन भी बने।  जिस मे उन्हे   नूज़ीलैण्ड के खिलाफ हुवी सीरीज मे मैन ऑफ़ दी सीरीज का भी समान मिला। 

आखिरकार उन्हे २०११ वर्ल्ड कप मे खेलनेका मौका मिला।  जिसमे गंभीर ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिया।  उन्होने फाइनल मैच मे १२२ बॉल्स मे ९७ रन बनाये।  फिर उसी साल उन्होने नताशा जैन के साथ सादी करली।   २०१२ मे उन्हे टी-२० वर्ल्ड कप मे वाईस कप्तान बननेका मौका मिला।  फिर उन्होने इंटरनेशनल क्रिकेट से ब्रेक लेते हुवे डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना स्टार्ट कर दिया।  

वो २०११ मे आईपीएल के मस्ट एक्सपेंसिव प्लेयर बने जिन्हे कोलकाता नाइट  राइडर्स ने २०४ मिलियन मे ख़रीदा थे । इनके कप्तानी मे KKR  दो बार IPL  की विनर भी बानी हे।  गौतम गंभीर के जिंदगी मे बहोत उतार चढाब आये। पर उन्होने कभी हार नहीं मानी।  और हमेशा आगे बढ़ते रहे।     


  


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